
तुम्हारा आंचल मेरा आकाश है मांपापा तुम्हारी छांव में मैं हूं सुरक्षित
मुझे नन्हीं दूब सी ही रहने दो सदा
नहीं पेड़ बन कर दूर मुझको है निकलना।।

तुम्हारा आंचल मेरा आकाश है मांपापा तुम्हारी छांव में मैं हूं सुरक्षित
मुझे नन्हीं दूब सी ही रहने दो सदा
नहीं पेड़ बन कर दूर मुझको है निकलना।।
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